जब से तुम मिले हो मैं खुद को भुला बैठी हूँ अपने पलकों पे तेरी चाहत के सपनें सजा बैठी हूँ। मिले हो जरा देर से पर मिले तो सही अब अपना बना लिए हो फिर छोड़ना नहीं चाहत के सफर पे लाके मुहँ मोरना नहीं। अब तन्हा जी ना पाऊँगी जुदाई सह ना पाऊँगी। अब तुझसे ही मेरी दुनिया है अब तुझसे ही मेरी खुशियाँ है। किसी शायर ने क्या ख़ूब कहा है- ज़िन्दगी से यही गिला है मुझे तू बहुत देर से मिला है मुझे #देरसे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi