* मेरी______ दुनिया * मेरी दुनिया,मुझमे है कही और नही , खुश हूं फिर भी चाहे दिल टूटा ही सही। जिंदा हैै जिंदगी, मुझीमे कहने को खामोश ही सही,इन खामोशीयौं का भी अपना ही एक मजा है, कहने को सजा ही सही। खुश हूं चाहे इस जिंदगी में कुछ भी नही, अगर कुछ मिलता, भीख समझ कर देता कोई!... किसमत समझी जाती!!.. लेकिन हक नही। नाराज हूं खुद से न जाने कयो , मेरे तो बस मे भी अब कुछ नही, चुपचाप बैठै है जो मिलेगा मान लेंगे चलो किसमत ही सही। मेरी दुनिया, मुझमे है कही और नही, खुश हूं फिर भी चाहे दिल टूटा ही सही। * मेरी______ दुनिया * मेरी दुनिया,मुझमे है कही और नही , खुश हूं फिर भी चाहे दिल टूटा ही सही। जिंदा हैै जिंदगी, मुझीमे कहने को खामोश ही सही,इन खामोशीयौं का भी अपना ही एक मजा है,