ख़ामोशी में शोर मचाती ये ख़ामोशी । है सारे सुकून की तबाही ये ख़ामोशी । रूह का लिबास उधेड़ती ये ख़ामोशी । अक़्स में वजूद तलाशती ये ख़ामोशी । दिल में मोहब्बत और नज़र में नफ़रत , अहसास पर सुई चुभोती ये ख़ामोशी । एक सवाल और उसके जवाब हज़ार , यूँ कशमकश से बतियाती ये ख़ामोशी । कभी इस डगर तो कभी उस डगर , है राह - राह भटक रही ये ख़ामोशी । लिए अश्क़ , घबराहट , उलझनें तमाम , अपने ही दर पे बिलखती ये ख़ामोशी । ज़ज़्बात के दर ठोकर खाकर फिर , अपने ही शाने संभलती ये ख़ामोशी । 'हाना'सिले लब भी करते हैं बातें बहुत , ख़ुदा जाने कैसी है चुप्पी ये ख़ामोशी । #dilsee_ #nojoto #khamoshi #silence #ghazal #poetry #words #writer