माँ के कोमल स्पर्श ने पिता के लाड़ दुलार ने आज इस काबिल बनाया मुझे उन्ही के प्यार ने सहेज कर रखा मुझे उनके संस्कारो की छाँव में पलकर फूलो की तरह महकना सिखाया मुझे टूट कर बिखर जाती कबकी पर उनके विश्वास ने संभाले रखा मुझे उन्ही के प्यार ने सहेज कर रखा मुझे दुनियाँ की बातो को दिल पर ना लेना हर कदम पर इस बात को बताया मुझे जो सही है वो सही है गलत को गलत कहना सिखाया मुझे आज उनकी बातों ने ही जोड़े रखा मुझे उन्ही के प्यार ने सहेज कर रखा मुझे उनके सिर पर हाथ ने सदा हिम्मत दिलाई मुझे वो है तो सब कुछ है अपनी शान से रहना सिखाया मुझे आज जो हूँ वो उनकी बदौलत है बस उन्ही के प्यार ने सहेज कर रखा मुझे Kajal (kaju) Ig / @kajals.quotes #maa #Papa #poem