एक भूल थी मेरी, तेरे संग पल बिताना, बातों को शेयर करना, एक उम्मीद लगाना, अपनी दुनिया की झलक दिखाना, मान लिया मसीहा, एक भूल थी मेरी, क्या क्या नहीं किया, जिया तो तेरे लिए जिया, मेरे अरमानों को छीनकर, तुमने ग़म के सिवा क्या दिया, फ़िर भी तेरे वास्ते हर घूंट पिया, हर पल साथ दिया, तेरे चेहरे को नहीं पहचाना, एक भूल थी मेरी, तेरी खुशी का सच ना जाना, कितना रहा अनजाना, उड़ जाना था अगर, तो मुझे क्यों डालती रही दाना, तेरे लायक नहीं हैं माना, जानकर भी दिल क्यों दुखाना, एक भूल थी मेरी, तेरे संग पल बिताना, — % & वो एक भूल थी मेरी... #भूलथीमेरी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi