मर्द हो तो तुम्हारी मर्दानगी का इतना रोब हो, कोई लड़की गुजरे क़रीब से तो वो बेख़ौफ़ हो, हवस और हैवानियत से उपर उठ कर देखिए, स्त्री से अच्छा दोस्त मिल जाए तो फिर कहिए, स्त्री का विश्वास होना, मर्द की असली पहचान हैं, किसी का आँचल फाड़ना, तो कुत्ते के निशान हैं, नारी को अबला समझकर, ज्यादा ना बाजा करो, वो जगतजननी हैं,उसे पवित्र शब्दों से नवाजा करो, दुनिया में लानेवाली से, ये कैसा गुनाह बड़ा किया, जिससे तेरी उपस्थिति, तूने उस पर प्रश्न खड़ा किया, ©पवन आर्य नारी सम्मान