"आदत सी हो गई है" रंग बिरंगे फूलों संग चहक जाने की, उनके संग हँसने-रोने-गाने की, बेबुनियाद बातों पर मुस्कुराने की, आदत सी हो गई है| वो कहते रहते है, मैं सुनता रहता हूँ, उनकी कहानियों को फिर गुनता रहता हूँ, उनको याद रख खुद को भूल जाने की, आदत सी हो गई है| स्याह सी काली रात में, उड़ते उस जुगनू के साथ में, तुमसे मिलकर आने की, आदत सी हो गई है| वो फूल जो रोज़ मिलते है सुबह, अकेला छोड़ जाने को शामों में, उनकी हँसी में तुम्हारी झलक पाने की, आदत सी हो गई है| बहती हवाओं संग खुद बह जाने की, आँखें बंद कर हर याद दोहराने की, पलकें खोल फिर सब में शामिल हो जाने की-मुस्कुराने की, आदत सी हो गई है| A metaphorical poem with lots of metaphors which are personified.. I know my readers will understand the hidden meaning of it...thanks for reading me.. #आदतसीहोगईहै #yqdidi #vineetvicky #maymoods #ufvoices #metaphorical