कोशिश तो करों; हारोगे यह जरूरी नही, पर जीत तुम्हारी पक्की है । रफ्तार तो पकड़ो; गिर जाओगे ये हो सकता है, मगर उठना भी तो सीखना है ना । जींद तो पकड़ो इनायत भी बरसेगी, यूँ घर बैठे किसे ताज मैसरा हुए हैं? जुनून की आग में जलो तो सही; कल का सहर भी एक पैगाम लायेगा, और सारी कामयाबी तुम्हारे नाम कर जायेगा । सुकून के पल भी आयेंगे, कहीं तुम मेहनत से तो नहीं डर जाओगे? क्योंकि ख़ार पर चलोगे नही; तो बहार कैसे पाओगे? फ़िक्र नही सिर्फ मेहनत करो, एक दिन कामयाबी के जिक्र से छा जाओगे। फिर देखना एक दिन मंजिल तुम्हे नही, तुम मंजिल को अपनाओगे। कोशिश तो करो, एक दिन बेशक जिते जाओगे । #NojotoQuote koshish.... #mywrites #mypoetry #theunfeltwarmth