शिव जी की बारात होली है आज है होली पीलो सारे भंग, खूब चलें हैं नंदी टोली शिव जी के संग, भूत भस्म रगड़ के दिखते नये नवेले, गण देवता ब्रह्मा विष्णु सब शिव के हैं चेले, तारों का आकाश सजा है दूल्हा लगता सुंदर, इतने गण आएँ हैं कि छोटा लगता समंदर, बन्ने को देख-२ सब सखियाँ छेड़ें हैं सती को, पाणीग्रहण कर जिन्होंने मानना है अपने पति को, सारा संसार जिनकी करता है पूजा, सखियाँ सब कह रहीं नहीं मिलेगा ऐसा ईश दूजा, भयंकर नाच सारे शिवगण दिखा रहे हैं, कोहराम और प्रलय का चित्रण सजा रहे हैं, आज प्रभु का नया नाता जुड़ना हैं, शक्ति को सदा के लिए शिव का बनना है, चलो हम भी इस विवाह के साक्षी बनते हैं, शिव और शक्ति के विलय को अंगीकार करते हैं। ©Rangmanch Bharat #shivshakti #shivjikishaadi #rangmanchbharat #hindikavita #merihindirachna #kavita #BehtiHawaa