प्यार अन्धा होता हैं क़ानून की तरह, जहाँ हर किसी की सुनवाई होती हैं कोर्ट की तरह। दिल टूटता हैं सजा दी जाती हैं प्यार होता हैं इंसाफ़ मिलता हैं कोई बेचारा सालों तक पीछे लगा रहता हैं उसे मिलते हैं तो सिर्फ़ तारिख़। तारिख़ पर तारिख़ ,तारिख़ पर तारिख़ मिलती रहती हैं पर उसे प्यार नहीं मिलता। ठोकरे खाता हुआ वो टूट जाता हैं थक कर,हार कर,चूर होकर बेचारा वो जीनी छोड़ देता हैं उस खुदा से,उस भगवान से बस ये ही दुआ करता हैं मुझे अपने पास बुला ले,इंतजार करता रहता हैं एक उम्मीद का जिसके सहारे वो सामना कर सकते इस क़ानून का, इस दुनिया का,उन सब का जिन्होंने उसे ठुकराया था। सोचता हैं वो काश कोई तो होता जो मुझे इंसाफ़ दिला देता। #nojoto #law #love #poetry #kavishala #poet