लहू का फरमान आया है ख़त पे, तूफान का यलगार हुआ है दरख़्त पे, ज़िंदगी में आब-ए-हयात की चाह रखने वालों, मौत का दीदार आया है बख़्त पे। -सुमीत। (1.यलगार-the sudden assault of an army on the enemy, forced march of an army, sudden incursion 2.दरख़्त-पेड़, वृक्ष। 3.आब-ए-हयात -अमृत। 4.बख़्त-भाग्य,किस्मत।) ©Sumeet Kumar #शायरी #शेर #मौत