कभी अकेले में जजोर दूंगा उसे जहां जहां से टूटा है जोड़ दूंगा उसे और मुझे वह छोड़ गया ये कमाल है उसका इरादा मैने किया था छोड़ दूंगा उसे पसीने बांटता फिरता है हर तरफ सूरज कभी हाथ लगा तो निचोड़ दूंगा उसे मजा चखा कर मैं भी माना हूं दुनिया को समझ रही थी ऐसे ही छोड़ दूंगा उसे कश्ती तेरा नसीब चमकदार कर दिया इस पार के थपेड़ों ने उस पार कर दिया अफवाह थी मेरी तबीयत खराब है लोगों ने पूछ पूछ कर बीमार कर दिया मुझे #टिंकू दुबे,# dil ki awaz##