देश-हित की आड़ मे भारत बंद तुम करवाते हो, किसने दिया ये हक तुमको जनता पे हुकुम चलाते हो जनता के भले की बातें करके हिंसा तुम फैलाते हो विरोध करे कोइ इसका तो मार-काट करवाते हो जनता की सेवा करने का भाषण तुम रोज़ गाते हो सत्ता के लालच मे रोज़ तुम इंसान की बली चढ़ाते हो अजब गज़ब ये देश मेरा, यहां जनता एक खिलौना ह अपराधी कुरसी पर बैठे आम आदमी ज़मीन पे लेटा ह रोज़गार की खोज मे इंसान दर-दर भटकता ह शरम करो की कुछ तुमको फिर भी नहीं खटकता ह गरीबी के इस आलम मे दो वक़्त की रोटी को आदमी तरसता ह उसके मेहनत के पैसे से तु अपनी जेब क्यूँ भरता ह राजनीत का कोई जात ना धर्म ह कुरसी के लिए बस इनके ये करम ह भ्रष्टाचार की राह पे चलके बची ना इनमें कोई शरम ह अब वक़्त ह एकजुट हो जाएं जनता की ताकत इन्हें दिखलायें काम इनका इन्हें याद दिलाये मिलकर देश को आगे हम बढाऐं. #corruption #desh #india #politics #public #publicspeaks #unity #writersnetwork #writerscommunity #readwriteunite