"तुम्हारे आगे-पीछे लोग-बाग नहीं हैं क्या?" "क्या मतलब?" "मतलब...तुम इस तरह की अभद्र भाषा में कुछ भी लिखते हो ! लोग क्या समझेंगे ?" " हाहाहाहाहा...मैं उम्मीद करता हूँ कि उन्होंने कुछ अच्छा नहीं समझा तो बुरा भी नहीं समझेंगे ।" "और, अगर समझ लिया तो ?" "तो ! तुम समझो कि उन्हें क्या समझ आता है..."