एक बार इंसानियत ने मुह की खाई है फिर हैवानों ने ये दरिन्दगी दिखाई है इनको सज़ा मौत से बढ़कर दी जाए क़्योंकि इन आदमखोरो ने रूह हिलाई है जब तूने उसके अंगों को काटा होगा आंखों, आंतों को निकाला होगा जो हैवानियत भरा कृत्य किया है