ज़िदगी खुली किताब की तरह होती तो है... किताबो को पढ़ कर समझ सकते है.. लेकिन ज़िदगी को समझने के लिए हर लम्हा जीना पढ़ता है.. तू आसान कहां है ऐ ज़िदगी... जब तुझे जाना तब हम मौंत के करीब जा चुके थे... #love#life#thought