चांदनी रातों में एक नूर बहत उलझी है सांसे चल रही मद्धम मद्धम वो बाहों में लिपटी है मुआमला ये है कि करने को बहत कुछ है मगर मसला ये है कि मियां करती वो कुछ नहीं है #रोमांटिक #कामिल_कवि #कुणाल #yqdidi #yqbaba #kunu