अगर मैं रावण होता तो नमन करता उस कौशल्या नंदन के चरण में। मैं रावण होता तो पर स्त्री पर कलुष दृष्टि नही रखता।। भाई से बैर नही करता,खुद से सहर्ष नही करता।। मैं रावण होता तो अधर्म अनीति को स्पर्श नही करता।। अगर मैं #रावण होता तो.....