आँखों पे चश्मा,बाल बिखरे बिखरे,हाँ कुछ शरीफ दिखता हूँ, कवी हूँ शांत ना समझना,लहु की श्याही से अंगारे लिखता हूँ ।। #yqbababa #yqdidihindi #hindishayeri #poetrycollection