अच्छे बुरे वक्त का सहारा हो गया मेरी डूबती हुई कश्ती का किनारा हो गया मेरे सारे बुरे दिनों का क़फ़ारा हो गया जब से वो शक़स हमारा हो गया..! #mkaur #profoundwriters