क्या लिखूँ ईमानदारी का बोझ कंधे पर उठाकर चार कदम भी चलना बड़ी बहादुरी का काम है ये सब के बस का रोग नहीं ©Dharam Paaji harfan maula imaandaari ka bojh #fftfbs #PoetInYou