कुछ अजीज़ थे जो अजनबी हो गए के बरसों के साथी बेगाने हो गए हां कसूर हम अपना ही मान गए क्या पता गलतियां ख़ुद कर हम बैठ गए रिश्तों को संभाल नहीं पाएं हम एक बस यही कमी कर बैठे हम सब हो कर भी खाली है हम एक बस यही कमी कर बैठे हम #dariya_feels #shipra_imaginations #dostikarishta #akelehum