कलम को न अब कोई होश रहा जब से तुझे लफ़्ज़ों में उतरने के बारे में सोचा है,उसे लफ्ज़ न कोई याद रहा वो सिर्फ मोहब्बत ,मोहब्बत बस मोहब्बत ही लिखे जा रही है #लफ्ज़ #मोहबब्त #love