मेरे एकतरफा प्यार को तुमने किया स्वीकार है मधुरे तेरा आभार है भटक रही थी चाहते मेरी तेरे तालाश में बेचैनियां मैं भेजता था पाताल में आकाश में हर घड़ी यूं बीतती थी जैसे उर्मिला का पल कोई एक मौन जीवन पर घिरा था था शब्दों में भी कुछ बल नही पर तुम जो आये यूं लगा भटकन को ज्यूँ सम्बल मिला और टूटन को मेरे बल मिला तेरे एक पल के प्यार में मुझे अपना सफल ये कल मिला मोती रखे जिस सीप में उस सीप सी आँखे तेरी आँखे कि जिनमे स्वप्न है मेरे तुम्हारे साथ का मैं भी प्रतीक्षारत यहाँ व्याकुल सा हूँ, और व्यग्र हूँ कब मिलन होगा शुभे मेरे तुम्हारे हाथ का मुस्कान अधरों की तेरी और प्यास मेरे होंठ की ये पीर जो तेरे हृदय की अंतर के मेरे चोट की बस एक ही समाधान है तुमसे मिल के मैं चूमूँ तुम्हे आलिंगन में अपने भर कहीं मैं देर तक बैठा रहूं तेरे केश के मैं छोर पर उलझा के अपनी अंगुली हौले से इनसे खेलते तेरे कानों में मैं कहता रहूं मुझे प्यार है तुम्हे प्यार है इससे अधिक क्या चाहिए मुझे प्यार है तुम्हे प्यार है इससे अधिक क्या चाहिए ©Manaswin Manu #SucessfulLoveStory #Missing #Manaswin_Manu