आज दिन मै जी लू जी भर कर कल तेरे साथ रहूँ या कि ना आजा जखम तेरे सी लू जी भर कर तेरी शिकायतो की चिट्ठिया हर्फ दर हर्फ पडूँ डाकखाने में दफ़न जहर पी लू जी भर कर सुप्रभात। जब हम जीवन को स्वीकार कर लेते हैं तो जीवन भी हमें स्वीकार कर लेता है। #जीलूँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi