चोरों की हद बेहद हो गई फेसबुक से शायरियां चुरा मुशायरों में पड़ जाते हैं कुछ महान लोग बिना कुछ लिखे ही शायर कहला जाते हैं उमदा गजलो और बेहतरिन नज्मो की लाईने चुरा शेर लिख ज़ाते हैं गालिब और मीर की नज्मो को अपना बता ज़ाते है कुछ महान लोग बिना कुछ लिखे ही शायर कहला जाते हैं कुछ खास अपनो के राज सरेआम पढ़ ज़ाते हैं दोस्त की मेहमूबा को अपना बता जाते है कुछ महान लोग बिना कुछ लिखे ही शायर कहला जाते हैं Note : आखिरी लाइन का मतलब सबको समझ नहीं आयेगा ज़िस्से आये समझ लेना ना आये तो पुछ लेना 😁😁😁😁 Love Prashar #ripple