न जाने किसे खोजती हैं वह क्यूँ नाम लिखकर मिटाती है कौन है जो दिखाई नहीं दे रहा किसकी उम्मीद सताती है क्यूँ परिणिता होते हुए भी परित्यक्त सी नजर आती है किसे खोजती है वह