कैद कर लेते खूबसूरती को काश और जेहन में उतार लेते उसके हर एक एहसासों को ऐसे जैसे वो हमारे अंदर ही बसें हो रोम-रोम में खूबसूरती की महक को ऐसे फैलाते जैसे मुझ में प्राकृतिक प्राकृतिक में मैं समायी हो भूल जाती मानवीय रचनाओं को खो जाती प्राकृतिक सरचनाओँ में || ©Ayesha Aarya #AdhureVakya #nojatohindi #nojato #khubsurti #prakrutik #feeling #Opinionthoughts