जिदंगी की ख्वाहिशे भी क्या बेहिसाब थी जिदंगी से उम्मीदें भी क्या लाजवाब थी समय के पन्नों मे जो सिमट गई वो जिदंगी भी क्या खास थी।। ~Vaishali Shukla @ankahi_ink #zindagi #khawahishye #panne #poetry #lifeqoutes #ankahi_ink