*"दुखी"रहना है तो, सब मे कमी खोजो *और* *"प्रसन्न" रहना है, तो सब मे "गुण" खोजो.!* *विचारों को पढ़कर* *बदलाव नही आता है,* *विचारों पर चलकर ही* *बदलाव आता है...*