जोधा -अकबर बन सकता है .. पदमावत , OMG......... फिल्मे बन सकती है तो पैगम्बर की बीबी आयशा पे क्यू नही ...?? आप लोगो के अनुसार फिल्मे मनोरंजन का साधन होती है , तो अब मनोरंजन में मातम क्यू गा रहे हो ........... आखिर अभिव्यक्ति की आजादी तो सबको है । अजीब दोगलापन है अब तुम्हारा धार्मिक सौहार्द बिगड़ने लगा ।धन्यवाद वसीम रिजवी जो आप ये फिल्म बना रहे है । समुदाय के नाम पर अब अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सेक्युलर बुरके में ..................