शुक्रिया... माँ बाप को जिसने जन्म दिया, गुरु को जिसने ज्ञान दिया, ईश्वर को जिसने यह मन दिया, अपने काम को जिसमें मान-सम्मान,धन दिया, परिवार को जिसने संस्कार दिया, समाज को जिसने सहयोग किया, नदियों को जिसने जल दिया, हवाओं को जिसने श्वास दिया, फूलों को जिसने खुशबू और रंग दिया, जीव-जंतुओं को जिसने तरह-तरह से मंत्रमुग्ध किया, सूर्य,चंद्रमा को जिसने प्रकाश फैलाया, प्राकृति को जिसने सुंदर दृश्य बिखेरा, धरती माँ को जिसने आश्रय दिया, जीवन को जिसने हर दिन कुछ नया सिखाया, अंत में शुक्रिया... मृत्यु को जिसने गले लगाया। #शुक्रिया सभी को जिसने यह #कविता पढ़ा