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अरे तुम क्या समझोगे मेरी अहमियत साहब हम गरीब है यह

अरे तुम क्या समझोगे मेरी अहमियत साहब
हम गरीब है
यहां कीमत हमारे हुनर कि नहीं
हमारे जिस्मों कि लगाई जाती हैं ।।।

©Vinay Kumar Jha #शयरी #शायरी #राइट #पोस्ट मजदूर कोट
#Struggle
अरे तुम क्या समझोगे मेरी अहमियत साहब
हम गरीब है
यहां कीमत हमारे हुनर कि नहीं
हमारे जिस्मों कि लगाई जाती हैं ।।।

©Vinay Kumar Jha #शयरी #शायरी #राइट #पोस्ट मजदूर कोट
#Struggle