#___प्रेम #नमन 🙏 तुम जब प्रेम करो तो समर्पण भाव व सम्मान पूर्वक करना। तुम एक दुसरे को प्रेम करना लेकिन एक दुसरे के मालिक मत बनना। एक दुसरे पर अधिकार मत करने लगना। तुम एक दुसरे के पास होना लेकिन बहोत पास नही। तुम ऐसै ही होना जेसै मन्दिरो के खम्बे होते है एक ही छप्पर को संभालते है ताल मेल से लेकिन होते दूर दूर है अगर ये खम्बे बहोत पास व नजदीक आ जाये तो छत गिर जायेगी। प्रेमी से भी थोडे दूर होना ताकि दोनो के बीच एक स्वतन्त्र आकाश हो । अगर बीच का स्वतन्त्र आकाश बिल्कुल खो गया तो तुम प्रेमी न रह जाओगे। तुम एक दुसरे पर अतिक्रमण हो जाओगे। आक्रमण हो जाओगे। बोझ हो जाओगे। याद रहे जहां स्वतन्त्रता नही वहां प्रेम मर जाता है प्रेम की हत्या हो जाती है #___मै #प्रेम #हूं..!! ©Rihan khan #darkness