अपनी मुहब्बत से कब मैं इन्कार किया तुझसे इश्क़ है बेशक और वफादारी है मैं वो आशिक़ नही जो तेरे घर के चक्कर काटूं मुझे कई काम हैं मुझपर घर की भी जिम्मेदारी है — % &— % & #मुहब्बत #इंकार #वफादारी #घर #चक्कर #जिमेदारी #गुमनाम_शायर_महबूब #gumnam_shayar_mahboob