दयारे इश्क और मोहब्बत को जलते देखता हूँ मै अपने दिल से धुआँ सा निकलते देखता हुँ खुदा करे मेरे महबूब को फूल मिल जाएं मै रोज उसे ख्वाब मे काटों पे चलते देखता हूँ #BoneFire shayari tadka Kundan srivastav..