लाल रंग की चूनर ओढ़ी लाल किया सिंगार लाल ही बिंदी , लाल लिपस्टिक हया से गाल भी लाल ये लाल चूड़ी , शाम सिंदूरी तन को रंग रही लाल लाल इश्क में डूबी ऐसे हो गई मैं बेहाल कविता #लाल