जिंदगी से हार के जब रुकने का मन किया, हर बार मैंने मुड़ के तेरी ओर देखा तो थोड़ा और चलने का मन किया। जब भी सपनों से रिश्ता तोड़ने का मन किया, हर बार तेरी और देखा और एक ख्वाब सजोने का मन किया।। @#दिल_की_बाते