गाली-गलौज करो मारो उसको लहू लहान कर दो, नशे में हो तुम ये चीख चीख कर ऐलान कर दो; उसके जिस्म को बेचो उसके आबरू को नीलाम कर दो, मर्दांगी दिखाओ चलो मर्दो वाला काम कर दो।। बहुत निराश हूँ ऐसे समाज का हिस्सा होकर, जहाँ मर्दांगी की परिभाषा इस आधार पर निर्धारित होती है कि आप महिला वर्ग को कितना डरा सकते हैं, धमका सकते है कितना शोषित कर सकते हैं। नशे में आया हुआ पति अपनी पत्नी को बेतहाशा पीटता है, गालियां देता है और न जाने कितने अपशब्दों का प्रयोग करता है, पर पत्नी चुपचाप सहती है। समाज के लोग कहते हैं मर्द है उसका इतना तो कर ही सकता है। क्या हो गया है सबको? किस जगह पर है हम? कैसी हो गई है बुद्धि हमारी? इस मानसिकता से कब निकलेंगे हम? #yqbaba #yqdidi #yqquotes #family #l