उनके आँखों का कमाल उफ़ क्या कहना... उनके भिंगे उलझें बाल उफ़ क्या कहना... उनके चेहरे की हंसी औऱ गढ़े पड़ते हुए गाल उफ़ क्या कहना... पलटकर देखना उनका औऱ फ़िर मतवाली सी चाल उफ क्या कहना.. पतले पतले होंठो से लिपटे.. उनके मासूम से सवाल उफ़ क्या कहना... कंचन कोमल सी काया औऱ नैनों में काजल का पतला धार उफ़ क्या कहना... मन मधुर, सरिता सी सरल औऱ वाणी वीणा की तान उफ़ क्या कहना... ©कुमार मुकेश #nojoto#quotes#मk