मुश्किल था उस कॉलेज की दहलीज को लांघना स्कूल के आखिरी दिन पर मैं रोया बहुत था नन्हें-नन्हें कदमों के साथ दौड़ते थे जिस आंगन में बड़े बड़े सपनों को मैंने खुद में पिरोया बहुत था दिल पर लिख दिया खुशी से बिताए उन लम्हों को दोस्तों के साथ कुछ यादों को मैंने संजोया बहुत था। हकीकत बयान करती है आज सपनों को मेरे मेहनत करते हुए मैंने ख्वाहिशों को खोया बहुत था। काबिलियत परख कर खड़ा किया अपने पैरों पर मुझे खुशी के आंसुओं से मैंने अपनी आंखों को भिगोया बहुत था। ©Chanky Rohira #School #Nojoto #Hindi #poem #Yaad #Life