मेरी आँखों का प्यारा है तू मेरे दिल की चाहत है तू सब कुछ है, मेरे लिए तू कुछ भी नहीं, मैं बिन तेरे मेरी इन आँखों में सपने तेरे मेरा तन-मन सब तेरे लिए नाराज नहीं होना यूँ मुझसे दिल टूटकर बिखर जाएगा गुस्सा छोडकर ,लौट आ तू मैं, अँखिया बिछाए बैठी हूँ कविता:_ #pinterest #kkpc15 #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #अल्फाज_ए_कृष्णा