शक्ति के मद में अभिमानी रावण अपने विनाश का कर लाया स्वयं हरण आकाश मार्ग में वृद्ध जटायु करता रहा अपने पंखों से आक्रमण जानता था रावण की शक्ति के आगे है वो मात्र एक तृण करके भरसक कोशिश सत्य के महायज्ञ में किया खुद को अर्पण मुक्ति की राह प्राप्त की रघुवर की पा के शरण सीता जी का पता बताकर प्राण त्याग दिए फिर, पकड़ प्रभु के चरण ©Rakhee ki kalam se #जटायु #सीताहरण #NojotoRamleela Nimble limner jasmine pikachu jugnu Chandramukhi Mourya Bhagat