जिसकी #झलक में #करार बहुत है.. #उससे मिलना #दुस्वार बहुत है!! जो मेरे #हाथों के #लकीरो में नही.. उस #शक्श से हमे प्यार #बहुत है!! जिसको #दिल का रास्ता भी नही #मालूम फिर भी #धड़कन को उसका #इंतज़ार बहुत है!! ये हो नही सकता वो हमें #भुला दे... क्या करे हमको उनपे #ऐतबार बहुत है!! 🖤🌹p ©Rohit Singh