मेरी एक सच्ची प्रेम कहानी बनती नहीं, तू पूरी रास लीला रचा लिया करता था; ऐ कान्हा तू बता मुझे, तू ये सब कैसे कर लिया करता था... एक पत्थर मुझसे उठता नहीं, तू पूरा पर्वत उठा लिया करता था; ऐ कान्हा तू बता मुझे, तू ये सब कैसे कर लिया करता था... एक पाप मुझसे रुकता नहीं, तू पापियों का विनाश किया करता था; ऐ कान्हा तू बता मुझे, तू ये सब कैसे कर लिया करता था... मेरा घर मैं ठीक से संभाल सकता नहीं, तू दो - दो गाँववालो का पालन किया करता था; ऐ कान्हा तू बता मुझे, तू ये सब कैसे कर लिया करता था...