जो छूट जानें पर YQ का साथ.. भी अपना होता.. काश कोई होता.. जिससे दोस्ती ख्यालातों वाली होती... जो बेगानों में भी अपना लगाता... जो फिक्र करता.. फिक्र का ज़िक्र करता जो दिल से जज़्बातों से जुड़ता... जहां ना उम्र रोकती.. ना फासले को मायने होते.. ना अजनबियों तरह शक की गुंजाइशे होती.. विस्वास.. भरोसा.. एक अपनापन होता... निस्वार्थ... दोस्ती बचपन वाली जैसी... तो ताजिंदगी शुक्रगुजार रहता इस मंच का... ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1122 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ इस महीने दिल खोलकर लिखें। 😊 #कोईअपनाहोता #मुख्यप्रतियोगिता #KKC1122 #YQDIDI #कोराकाग़ज़ #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़