मित्रों, आपसे रक्षाबंधन पर मुझे शुभकामनाएं मिल रही है,उसके लिए धन्यवाद🙏, किंतु हमारी मनोस्थिति इस समय हर्षोल्लास की नहीं है..😒
विगत दिनों हमारे गाँव में जो दूर्घटना हुईं हैं वो ह्रदय को बहुत व्यथित करने वाली है ❣.. एक सड़क हादसे में मेरे मित्र की पत्नी(24) और बेटी(6) सर्वेश्वर में समाहित हो गई...😪
मन की वेदना एक कविता के रूप में आई है बस इतना निवेदन है🙏 माँ और बेटी की आत्मा को परमात्मा शांति मिलें "ओम् शांति" लिखना/बोलना,
नागेंद्र गुर्जर, कवि,
बोरखेड़ी, (उज्जैन)
#ओम्#शांति#लक्ष्मी#लाडली MONIKA SINGH nikki30 Suman Zaniyan Ehtisham Hashmi रोहित तिवारी ।