गणतंत्र की स्वतंत्र है, मिटाता भेद जात-पात का, भारत का संविधान हैं लोकतंत्र की पहचान। दिलाए सबको एक सम्मान,भारत का संविधान, दिलाए जीने का हक,अथक प्रयासों का है परिणाम। संघर्ष का है अभिवादन,रखें सब पर अनुशासन, करे कर्तव्य का पालन,शहीदों के बलिदान को हैं हमारा नमन। कमजोर नहीं शक्तिशाली संविधान का!.... फल ही है गणतंत्र। दिलाए एक समान!..........देश के परिवर्तन का मंत्र। नमस्कार लेखकों, कल गणतंत्र दिवस है उसके अवसर पर आज हमने प्रतियोगिता रखी है । कोई शब्द सीमा नहीं है आप जितना चाहे उतना लिख सकते हैं। जरूर हिस्सा ले ।Collab करने के बाद कमेंट में done लिखना है । समय - २६ जनवरी शाम ५:०० बजे तक परिणाम - १० बजे तक टॉप तीन विजेताओं को testimonial दिया जाएगा । आइए हमारे साथ Collab कीजिए और अपनी रचनाएं सुधारिए । Maintain our hashtag's. •A challenge by Collab Zone🌟