मैं आदत हूं, वो ज़रूरत है मेरी, मैं फरमाइश हूं उसकी ,वो इबादत है मेरी इतनी आसानी से कैसे निकाल दूं उसे दिल से , मैं दिल तो वो धड़कन है मेरी मैं ख़्वाब हूं उसका वो हक़ीक़त है मेरी।।।। #योगिता ©Poetess Yogita Tiwari #Nojoto #नोजोतोहिन्दी #paper