*"अच्छाई-बुराई" "इंसान" के "कर्मो" में* *होती है ।* *कोई "बांस" का "तीर" बनाकर किसी को "घायल" करता है,* *तो कोई "बांसुरी" बनाकर बांस में "सुर" भरता है...* 🙏राधे राधे जी🙏 ©Raja Hindustani life relates #MaharanPratapJayanti